Paralympics 2024: अवनि लेखरा, पैरालिंपिक में ऐतिहासिक जीत, प्रीति पाल ने ट्रैक पर कांस्य पदक जीता

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1 सितंबर 2024 को, Paralympics 2024(पैरालंपिक्स) में भारत के लिए यह दिन बेहद खास रहा। अवनी लेखरा ने गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। उन्होंने शूटिंग में यह उपलब्धि हासिल की और भारत के लिए एक नई उम्मीद जगाई। अवनी की इस सफलता के साथ, भारतीय टीम में उत्साह का माहौल है। इसी के साथ, प्रीति पाअ ने भी ट्रैक इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर एक नया इतिहास रच दिया।

अवनी लेखरा, जिन्होंने इससे पहले भी कई बार भारत को गौरवान्वित किया है, ने इस बार फिर से अपनी काबिलियत का परिचय दिया। शूटिंग के इस इवेंट में अवनी ने अपनी निशानेबाजी के जरिए गोल्ड मेडल Paralympics 2024 जीता। यह जीत न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल है। अवनी ने कहा कि यह मेडल उनके लिए खास है क्योंकि उन्होंने इसके लिए बहुत मेहनत की है और इसे हासिल करने में उनका लक्ष्य सिर्फ गोल्ड ही था।

अवनी की इस सफलता के बाद, भारत में शूटिंग के खेल को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इस Paralympics 2024 जीत के साथ ही अवनी ने एक नया मानक स्थापित किया है और उन्होंने साबित किया है कि यदि मेहनत और दृढ़ निश्चय हो तो कुछ भी असंभव नहीं है।

दूसरी ओर, प्रीति पाल ने ट्रैक इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत के लिए एक और उपलब्धि हासिल की। प्रीति की इस जीत ने यह साबित किया है कि भारतीय एथलीट्स किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। प्रीति ने कहा कि यह मेडल उनके लिए बहुत खास है क्योंकि उन्होंने इसके लिए बहुत मेहनत की है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मेडल उनके परिवार और उनके कोच के समर्थन के बिना संभव नहीं था।

पैरालंपिक्स में भारतीय खिलाड़ियों की इन सफलताओं ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है। अवनी और प्रीति की इन उपलब्धियों से न सिर्फ खेल प्रेमियों में बल्कि पूरे देश में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। दोनों खिलाड़ियों ने यह साबित किया है कि अगर इरादे मजबूत हों और लक्ष्य साफ हो, तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।

इस साल के पैरालंपिक्स में भारत की शुरुआत शानदार रही है और इन सफलताओं से उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। अवनी लेखरा और प्रीति पाअ की इन उपलब्धियों ने न सिर्फ मेडल्स की संख्या बढ़ाई है बल्कि भारतीय खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।

यह दिन न सिर्फ अवनी और प्रीति के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन के रूप में याद किया जाएगा। उनके संघर्ष और मेहनत ने उन्हें यह सम्मान दिलाया है, और वे आने वाले वर्षों में और भी ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद रखते हैं। Paralympics 2024(पैरालंपिक्स )में भारत की यह शुरुआत बताती है कि हमारे खिलाड़ी किसी भी मंच पर अपने देश का नाम ऊंचा कर सकते हैं।

भारत के खेल प्रेमी अब और भी मेडल्स की उम्मीद कर रहे हैं और यह विश्वास रखते हैं कि हमारे खिलाड़ी अपनी मेहनत और समर्पण से और भी मेडल्स जीतकर देश का नाम रोशन करेंगे। अवनी लेखरा और प्रीति पाअ की ये उपलब्धियां आने वाले समय में Paralympics भारतीय खेलों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।

इस साल केParalympics 2024( पैरालंपिक्स में भारतीय टीम )की यह शुरुआत दर्शाती है कि हमारे खिलाड़ी किसी भी मंच पर अपनी काबिलियत का परिचय देने के लिए तैयार हैं। अवनी और प्रीति की इन सफलताओं ने न सिर्फ मेडल्स की संख्या बढ़ाई है बल्कि देश के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का भी काम किया है। अब आने वाले दिनों में और भी भारतीय खिलाड़ी मेडल्स जीतने के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं, और देश को उम्मीद है कि वे भी इसी तरह सफलता की राह पर आगे बढ़ेंगे।

 

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